रायगढ़। शहर के युवाओं की मृत्यु पर श्रद्धांजलि व शोक व्यक्त करते हुए क्षेत्रीय सांसद गोमती साय ने विज्ञप्ति के माध्यम से कहा कि रायगढ़ शहर में फैले डेंगू की वजह से दीपक डनसेना, रामकुमार पटेल, सूरज बेरीवाल का जीवन कांग्रेस सरकार की अकर्मण्यता लापरवाही की वजह से भेंट चढ़ गया। अविश्वास प्रस्ताव जीतने वाली शहर सरकार जनता का विश्वास जीतने में असफल रही है। अविश्वास प्रस्ताव की जीत से मदमस्त महापौर कोई जीता कोई हारा की धुन पर नाच रही थी। मृतकों के परिवार जनों करुण क्रुंदन अहंकारी शहर सरकार को सुनाई नही पड़ रहा। महापौर जनता के प्रति अपने अहम दायित्वों को भूल गई। पूरा शहर डेंगू महामारी की चपेट में है। कांग्रेस पार्षद विधायक मंत्री महापौर सभापति चुनने की कीमत जनता जान दे कर चुका रही। भाजपा सांसद ने इसे बड़ी विडंबना बताया। एक और आम जनता डेंगू से लड़ते हुए जिंदगी की जंग हार रही है। दूसरी ओर महापौर स्थानीय विधायक एवं पार्षदों के साथ निगम में पेश अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने की बजाय राजधानी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ फोटो खिंचवाने में व्यस्त रही। धन बल एवं सत्ता का दुरुपयोग कर कांग्रेस ने जितना ध्यान भाजपा के पार्षद को तोडऩे में लगाया यदि उतना ध्यान शहर की साफ सफाई में लगाया गया होता तो तीन-तीन होनहार युवाओं को असमय जीवन से हाथ नही धोना पड़ता। सर्व समाज की आड़ में भाजपा को कोसकर डेंगू के खिलाफ जंग नही जीती जा सकती।
गोमती साय ने जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा वे डेंगू के खिलाफ कांग्रेस के दबाव से मुक्त कर कार्य करे अन्यथा भाजपा इस मुद्दे को लेकर सडक़ की लड़ाई लड़ेगी। सांसद ने आरोप लगाते हुए कहा सफाई का ठेका कांग्रेस से जुड़े पार्षदों के पास हैं। चारो ओर पसरी गंदगी देख कर यह अंदाज लगाया जा सकता है कि सफाई का काम केवल कागजों में चल रहा। भाजपा यह मांग करती है कि सफाई के तमाम ठेके निरस्त किए जाए एवं निगम प्रशासन सफाई की कमान अपने हाथों में ले। डेंगू के जोन चिन्हित किए जाए वहां दवा का छिडक़ाव नियमित किया जाए साथ ही डेंगू से पीडि़त मरीजों के लिए समुचित इलाज की व्यवस्था की जाए। स्वर्गीय पूर्व विधायक रोशन लाल के कार्यकाल का स्मरण कराते हुए गोमती साय ने कहा किन्नर महापौर की मौजुदगी में डेंगू की भनक पाते ही उन्होंने सडक़ में उतरकर स्वय सफाई की कमान संभाली थी उस समय कांग्रेस ने भाजपा की हंसी उड़ाते हुए आरोप लगाया था कि विधायक को साफ सफाई के लिए नही चुना गया। डेंगू से भयभीत महापौर विधायक मंत्री कहां मुंह छिपाए बैठे है। एक मच्छर के खिलाफ लड़ाई में कांग्रेस नेतृत्व नपुंसक साबित हुआ है।