Lailunga News लैलूंगा। नगर पंचायत लैलूंगा की अध्यक्ष मंजू मित्तल के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव में सम्मेलन 17 अक्टूबर को नगर पंचायत लैलूंगा में आयोजित किया गया है।चुनावी समय मे नगर पंचायत लैलूंगा की अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है। विगत माह से चल रहे राजनैतिक घटनाक्रम में अविश्वास प्रस्ताव के लिए 11 पार्षदों के हस्ताक्षर युक्त आवेदन अनुविभागीय अधिकारी राजस्व लैलूंगा को 12 सितंबर को सौपा गया था। जिसमे प्रक्रिया पूर्ण करते हुए साइन वेरिफिकेशन, और जिला कलेक्टर कार्यालय में अलग अलग पार्षदों के दल को बुलाया गया था।
Lailunga News कांग्रेस की सरकार एवं कांग्रेस विधायक के साथ नगर सरकार भी कांग्रेस की है।विधानसभा लैलूंगा की एक मात्र नगरीय निकाय में अविस्वाश प्रस्ताव आना पार्षदों की अध्यक्ष द्वारा अनदेखी से फूटा गुस्सा के रूप में देखा जा रहा है ।पार्षदों के द्वारा अध्यक्ष पर लगाये गए आरोपों के आधार पर अविश्वास प्रस्ताव के लिए जिला कलेक्टर को आवेदन पत्र दिया गया था । आवेदन पर कार्यवाही करते हुए जिला कलेक्टर ने छ०ग० नगरपालिका अधिनियम 1961 ( यथा संशोधित) की धारा 43-क के तहत प्रस्तुत अविश्वास प्रस्ताव के सम्मिलन होने की सूचना पत्र जारी किया गया है ।
Lailunga News लैलूंगा नगर पंचायत के अध्यक्ष व समस्त पार्षदों को छ0ग0 नगरपालिका अधिनियम 1961 ( यथा संशोधित) की धारा 43-क के तहत अध्यक्ष, नगर पंचायत लैलूंगा के विरूद्ध प्रस्तुत अविश्वास प्रस्ताव संबंधी कार्यवाही हेतु सम्मिलन दिनांक 17-10-2023 दिन मंगलवार को समय प्रातः 11:00 बजे कार्यालय नगर पंचायत लैलूंगा के सभा कक्ष में आयोजित की गई है। सम्मेलन में उपस्थित होने का निर्देश जारी किया गया है।
Lailunga News गोपनीय व सेटिंग टेंडर से नगर पंचायत लैलूंगा में घटिया निर्माण की पार्षदों की अनेक शिकायतों के बावजूद नगर पंचायत अध्यक्ष के द्वारा कोई संज्ञान नही लिया जाता था। पूर्व पदस्थ प्रभारी मुख्य नगरपालिका अधिकारी सी पी श्रीवास्तव द्वारा पार्षदों को नोटिस देकर धमकी दी जाती थी।पार्षदों के लोकतांत्रिक अधिकार का हनन किया गया और सामान्य सभा की बैठक प्रस्ताव पंजी में छेड़छाड़ कर अपने मन से प्रस्ताव जोड़ने का मुद्दा भी गरमाया था। एकल चेक से राशि आहरण की।बिना पार्षदो की जानकारी के निर्माण कार्य चहेते ठेकेदारों को दिया गया। ट्यूबलर पोल लाइट घोटाला के उजागर होने के बाद प्रभारी सी एम ओ के खिलाफ जमकर आक्रोश आमने आया था।जिसमे शासकीय राशि के गबन की सजीश रचने वाले प्रभारी सीएमओ, इंजीनियर व ठेकेदार पर प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग को भी नजरअंदाज किया गया। पूर्व में भी एकजुट 12 पार्षदों ने जिला कलेक्टर से गुहार लगायी थी। प्रमाणित भ्रष्टाचार में चुपी चिंगारी का काम कर अविश्वाश में तब्दील हो गया है।
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