रायगढ़। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार के दिशा निर्देशन 12 जनवरी को थाना धरमजयगढ़ की पुलिस टीम द्वारा जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान धरमजयगढ़ में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहां थाना धरमजयगढ़ के सहायक उप निरीक्षक डेविड टोप्पो और अमृत मिंज द्वारा प्रशिक्षणरत डीएड के छात्रों को वर्तमान में हो रहे साइबर क्राइम के बारे में विस्तार से बताया गया तथा महिलाओं के लिए बहुउपयोगी “अभिव्यक्ति ऐप” एवं रोड़ सेफ्टी की जानकारी दी गई।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में जानकारी के अभाव व लापरवाही से लोग अपनी गाढ़ी कमाई साइबर ठगों के झांसे में आकर गंवा रहे हैं। साइबर क्राइम के प्रति जागरूक रहकर ही बच सकते है। सबसे अधिक ऑनलाइन ठगी के मामले बढ़ रहे है इसलिए शॉपिंग साइट पर न्च्प् ऐप के इस्तेमाल में सावधानी बरतें। फ्री गिफ्ट, लॉटरी लगना, बीमा पॉलिसी, वाउचर जीतने, लोन, क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने, डीलरशिप के लिए संपर्क करे और घर बैठे लाखों कमाए जैसे, ज्ञल्ब् व अन्य बैंकिंग कार्यो के लिए आये कॉल से सावधान रहे, अंजान व्यक्तियों से बिल्कुल भी व्च्ज् शेयर ना करें। सोशल मीडिया पर अंजान व्यक्तियों से दोस्ती ना करें, अंजान व्यक्तियों से इंस्टाग्राम, फेसबुक, व्हाटसअप पर विडियो चैटिंग ना करें। छात्रों को बताया गया कि कभी ऑनलाइन ठगी का शिकार होते हैं तो बिना देरी किये इसकी शिकायत नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल या साइबर क्राइम हेल्प लाइन नंबर 1930 पर तुरंत शिकायत दे, ट्रांजेक्शन फ्रीज करवाए और वित्तीय हानि से बचे।
कार्यक्रम में छात्राओं को महिलाओं की सुरक्षा एवं उनके शिकायतों के त्वरित निराकरण के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा तैयार किए गये “अभिव्यक्ति ऐप” की जानकारी दी गई जिसे मोबाइल पर प्ले स्टोर से इन्स्टाल किया जा सकता है। अभिव्यक्ति ऐप के जरिए थाना जाये बगैर महिलाएं कहीं से भी शिकायत दर्ज करा सकती हैं। इस ऐप के एसओएस फीचर या पैनिक बटन से लैस है, बटन दबाते ही यूजर के पास तुरंत पुलिस सहायता के लिए पहुंचेगी। अभिव्यक्ति ऐप के माध्यम से प्राप्त होने वाले शिकायतों का समयसीमा में निराकरण करना होता है। जागरूक महिलाएं अब इस ऐप पर ऑनलाइन शिकायत कर रही है जिसका निदान संबंधित थाना अथवा महिला सेल रायगढ़ की टीम द्वारा किया जा रहा है।
कार्यक्रम में छात्रों को नशे के दुष्प्रभाव तथा सडक सुरक्षा से संबंधित महत्त्वपूर्ण जानकारियां दी गई। छात्रों को यातायात नियमों का पालन करने और बेसिक यातायात नियम जैसे- तेज गति में वाहन चलाने से बचे, हेल्मेट का प्रयोग करें, सीट बेल्ट लगावें, वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग ना करें, शराब पीकर वाहन नहीं चलावें, सड़क पर बांयी दिशा में चले, सफर दौरान वाहन के कागजात साथ रखें। छात्रों को सडक दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों की मदद के लिए डायल 112 या नजदीकी थाने को सूचना देने तथा गोल्डन ऑवर में प्राथमिक उपचार से संबंधित जानकारी और उसके महत्व को बताया गया। कार्यक्रम में सहायक उप निरीक्षक डेविड टोप्पो, अमृत मिंज के साथ आरक्षक कमलेश राठिया, महिला आरक्षक संगीता राठिया और प्रियंका मिंज भी उपस्थित थी।