रायगढ़। आदिवासी जमीन को तहसील के दस्तावेजो में सामान्य बनाकर बिक्री के अजीबो गरीब मामले की शिकायत एसडीएम घरघोड़ा के पास लिखित रूप से की गयी है । शिकायत करता द्वारा शिकायत पत्र में बताया गया है की घरघोड़ा नगर के सुरेन्द्र सिंह भाटिया द्वारा आदिवासी भूमि को अपने पुत्र /पुत्री के नाम से चढ़वाकर उसे आदिवासी से सामान्य भूमि में बदल दिया और उसे मुकतेश ट्रेडर्स को बिक्री भी कर दिया जबकि इस विषय में पूर्व में भी आवेदक द्वारा तहसीलदार को. शिकायत सौंपा गया था पर आदिवासी भूमि के सामान्य में कनवर्ट होने के जादू की जाँच की बजाय अधिकारी के नाक के निचे उक्त कनवर्टेड जमीन की बिक्री भी विधिवत सम्पन्न हो गयी। अब मामले की शिकायत पर एसडीएम ने जाँच हेतु रिमार्क किया है जिससे शिकायत कर्ता को उम्मीद जगी है की इस फर्जीवाड़े का खुलासा हो सकेगा।
लाखों में बिकी जमीन,फिर भी जाँच में अनदेखी ‘कुछ कहती है’
इस मामले में शिकायतकर्ता की माने तो आदिवासी जमीन को तहसील कार्यालय में सांठ गांठ कर पहले सामान्य जमीन दर्शाया गया और फिर सामान्य जमीन बताकर उसकी लाखों में बिक्री कर दी गयी ऐसे में लाखों के खेल की लिखित शिकायत के बाद भी तहसील कार्यालय में जाँच को लेकर बेपरवाही बताती है की लाखों के वजन में कई कंधे झुके हुए है जिससे जमीन के कनवर्ट हो जाने को लेकर वे आँखें मुंद सकें। बहरहाल नए एसडीएम के पास हुयी लिखित शिकायत के बाद प्रशासन इस गंभीर मामले को कितनी गंभीरता से लेता है ये देखने वाली बात होंगी.
फर्जीवाड़े की पोल खोल तक जारी रहेगा संघर्ष -गुरमीत सिंह
शिकायत कर्ता गुरमीत सिंह ने बताया की आदिवासी जमीन को शासकीय दस्तावेजो में सामान्य बना देने कैसे फर्जीवाड़े में प्रशासन के कुछ लोगो का भी सहयोग है अगर इस मामले को शिकायत के बाद भी गंभीरता से नहीं लिया गया तो उच्च स्तर पर इसकी दस्तावेजो के साथ शिकायत की जाएगी इस तरह के फर्जीवाड़े और भ्रष्टाचार से मलायी खाने वालो की पोल खोल के रखेंगे