रायपुर। कोयला घोटाले में ईडी द्वारा गिरफ्तार की गई आईएएस रानू साहू को राज्य सरकार ने निलंबित कर दिया है। रानू साहू को 22 जुलाई को ईडी ने अरेस्ट किया था। तब वो कृषि विभाग में संचालक के पद पर पदस्थ थीं। अब सरकार ने उन्हें जेल जाने की वजह से सस्पेंड कर दिया है।
दूसरी ओर रानू साहू की न्यायिक रिमांड कोर्ट ने फिर बढ़ा दी है। 22 जुलाई को गिरफ्तार करने के बाद ईडी ने कोर्ट में पेश किया था। जहां 4 दिनों की यानी 25 जुलाई तक रिमांड मिली थी। 25 जुलाई को रिमांड खत्म होने के बाद ईडी की टीम ने कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें चार अगस्त तक के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया था। शुक्रवार को पुन: इस मामले में कोर्ट में सुनवाई हुई। हालांकि आज रानू साहू को कोर्ट नहीं लाया गया। उनके वकील रानू साहू की तरफ से पेश हुए। कोर्ट ने ईडी व रानू साहू के वकील की दलीलें सुनने के बाद अब न्यायिक रिमांड 18 अगस्त तक बढ़ा दी है। वहीं आज कोल मामले में पहले से ही जेल में बंद कारोबारी सूर्यकांत तिवारी के सहयोगी निखिल चंद्राकर को भी पेश किया गया। इसे भी 18 अगस्त तक न्यायिक रिमांड पर रखे जाने के निर्देश कोर्ट ने दिए।
जमानत याचिका पर आज सुनवाई …
शुक्रवार को जज के सामने रानू साहू की ओर से जमानत आवेदन पेश किया गया। रानू साहू के वकील ने कहा कि कई बार छापेमारी हो चुकी है, पूछताछ हो चुकी है, राजनीति से प्रेरित होकर जानबूझकर एक अधिकारी को परेशान किया जा रहा है। इसलिए उन्हें जमानत देनी चाहिए। अदालत ने ईडी को अपना तर्क पेश करने के लिए 5 अगस्त शनिवार का वक्त दिया है।
रानू साहू के मायके में पड़ चुका है छापा
पिछले साल ED ने मनी लॉन्ड्रिंग और कोल अवैध वसूली मामले में रानू साहू के कलेक्टर रहते हुए छापेमारी कार्रवाई की थी। रानू साहू के मायके में ED के अधिकारियों ने दबिश दी थी। साहू के गांव पाण्डुका, गरियाबंद जिले में छापा पड़ा था। साहू के परिजन राजनीति से जुड़े हैं। जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मी साहू और कांग्रेस नेता शैलेंद्र साहू के घर टीम घुसी थी। लक्ष्मी साहू कलेक्टर रानू साहू की मां हैं। वहीं शैलेंद्र साहू उनके चचेरे भाई हैं। मैनपुर में एक 12 एकड़ के तालाब के भी इस परिवार के नाम होने की जानकारी सामने आई थी, क्योंकि इसकी प्रारंभिक रजिस्ट्री में परिवार का नाम था।
प्रॉपर्टी अटैच की गई थी
दो महीने पहले कोल मामले में ED ने आईएएस अफसर, कोल कारोबारी और कुछ कांग्रेसी विधायकों की संपत्ति अटैच की थी। तब प्रदेश में 90 चल अचल संपत्तियों को अटैच किया गया है। जिनमें लग्जरी गाड़ियां, ज्वेलरी और नगद शामिल है। कुल 51. 40 करोड़ की संपत्ति को बरामद किया गया है। यह बरामदगी आईएएस रानू साहू, कारोबारी सूर्यकांत तिवारी कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव, विधायक चंद्र देव राय के पास से की गई थी। यह कोल एक्सटॉर्शन स्कैम से जुड़ा हुआ मामला है। ईडी की तरफ से कहा गया है कि इस मामले में अब तक 221.5 करोड़ के आसपास की संपत्ति अटैच की जा चुकी है।