रायगढ़। जिले के छाल थाना अंतर्गत ग्राम चितापाली के रहने वाला पीड़ित सारथी परिवार लिखित आवेदन के साथ एस पी आफिस रायगढ़ आया और बालिका छात्रावास में अध्ययनरत छात्रा की संदिग्ध मौत के मामले में पूरी जांच कराने तथा दोषियों पर कार्रवाई करने की गुहार लगाई है।
घटना के विषय पर रोते बिलखते पीड़ित परिजनों ने बताया कि उन्हें घटना के विषय मे मालुम चला था कि दो दिन पहले ही शाम को घर जाने के लिए बालिका छात्रावास हाटी में रहने वाली उनकी बेटी वहां से निकली थी। जिसका अर्धनग्न शव संदिग्ध परिस्थितियों में खरसिया के जोबी चैकी क्षेत्र के ग्राम काफरमार में मिला था। इस संबंध में गांव के सरपंच के द्वारा छाल थाना क्षेत्र के चितापाली में छात्रा के परिजनों को फोन के माध्यम से सूचना दिया गया था, कि तुम्हारी बेटी ने जहर खा कर जान दी है।
आप लोग काफरमार गांव आ जाओ।” जिस पर परिजन सबसे पहले हाटी बालिका छात्रावास गए जहां अपनी बेटी से मिलना है बोलने पर छात्रावास अधीक्षिका ने बताया गया कि आपकी बेटी दो दिन से लापता है। जिस पर छात्रा के परिजनों ने पूछा कि अगर वो दो दिन से गायब है,तो एक बार हमे फोन के माध्यम से क्यू नही जानकारी दी। हास्टल के रजिस्टर में उसके जाने का जिक्र क्यों नहीं है? जिसके बाद परिजनों द्वारा तत्काल छाल थाना जाकर घटना क्रम के विषय में बताया गया। इसी बीच दुबारा फोन आने पर परिजन जोबी चैकी पहुंचे। वाहन सूचना देकर काफरमार गांव जाकर देखा तो उनकी बेटी एक घर में खटिया में अर्धनग्न मृत अवस्था में पड़ी थी। पास जाकर देखे तो उनके बेटी के शरीर में चोट के कई निशान,पैर में घसीटने के निशान के अलावा गले में रस्सी के कसने के निशान और मुंह से खून निकला था। जिससे परिजनों द्वारा जोबी प्रभारी को की हमे तो ग्राम के सरपंच ने बोला था कि वो जहर खाई है। पर यहां तो मामला ही कुछ अलग दिख रहा है। इसके बावजूद खरसिया तहसीलदार के उपस्थिति में शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया गया।
नाबालिग बेटी का शव जिस संदिग्ध संजय राठिया के खेत में मिला था, उसे पुलिस के द्वारा बोला गया की लड़के को हम अपने कब्जे में थाना में रखे है। पर जब थाना जाकर परिजनों ने देखा तो लड़का थाना में नही था वह गांव में खुला घूम रहा था। फिर एफ आई आर के लिए परिजनों के बोलने पर थाना प्रभारी के द्वारा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई करने की बात बोली गई।
परिजनों का आरोप है कि उनकी बेटी के साथ बड़ी क्रूरता से दुष्कर्म किया जाकर उसकी निर्ममता से हत्या की गई है। जिस घर से उनकी नाबालिग बिटिया का शव मिला वो खुलेआम गांव में घूम रहा है.परिजनों के द्वारा इसकी शिकायत करने पर थाना प्रभारी कहते है कि जब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नही आ जाती तब तक हम कुछ नही कर सकते है। इस तरह जोबी और खरसिया पुलिस के रवैए से परिजन काफी निराश होने के बाद न्याय की आस लिए एस.पी. आफिस रायगढ़ आए और यहां लिखित आवेदन दिया है।