हितग्राही मूलक योजनाओं में एकीकृत कृषि करने वाले कृषकों को दे प्राथमिकता-कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल
उद्यानिकी विभाग व्यवसायिक प्लांटेशन पर करें फोकस
पशु पालन विभाग अपात्र किए गए आवेदनों का पुन: सत्यापन कर करें लाभान्वित
रायगढ़! कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में कृषि, उद्यानिकी, मछली पालन एवं पशुपालन विभाग की संयुक्त बैठक लेकर विभागीय कार्यों की समीक्षा की। कलेक्टर श्री गोयल ने सभी विभागों को निर्देशित करते हुए कहा कि आपके विभागों में हितग्राही मूलक योजना का संचालन किया जा रहा है। अत: सभी विभाग संयुक्त रुप से एकीकृत कृषि करने वाले हितग्राहियों को विभागीय योजनाओं में प्राथमिकता दें। जिससे किसानों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके। बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्री जितेन्द्र यादव उपस्थित रहे।
कलेक्टर श्री गोयल ने सभी विभागों से हितग्राही चयन में विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। जिससे सभी विभाग संबंधित हितग्राही को विभागीय योजनाओ का लाभ प्रदान कर सके। उन्होंने पशुपालन विभाग को निर्देशित किया कि मछली पालन करने वाले हितग्राही को बैकयार्ड कुटकुट पालन योजना में प्राथमिकता प्रदान करें। जिससे नेचुरल फॉर्मिंग इंटीग्रेटेड हो सके। इसी तरह उन्होंने कृषि विभाग को ऐसे हितग्राही को विभागीय योजनाओं में सम्मिलित करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री गोयल ने कृषि विभाग की कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कृषि विभाग से फसल क्षेत्राच्छादन की जानकारी लेते हुए दलहन के क्षेत्र विस्तार के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री गोयल ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की शेष ई-केवाईसी एवं आधार सीडिंग में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने लैंड सीडिंग में लैलूंगा एवं खरसिया में प्रगति बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने मृदा स्वास्थ्य कार्ड प्राप्त किसानों को विभागीय योजना से लाभान्वित करने तथा फसल विविधता के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री गोयल ने मछली पालन एवं पशुपालन विभाग के कार्यों की प्रगति समीक्षा। उन्होंने मछली पालन के लिए आदिवासी क्षेत्रों में मत्स्य संचयन के निर्देश दिए। उन्होंने बिरहोर ग्राम के तालाबों के समिति बनाने के निर्देश दिए। जिससे उनके खानपान में शामिल होने के साथ ही उनके आय के साधन निर्मित हो सके। इस दौरान कलेक्टर श्री गोयल द्वारा जिले में कुल मत्स्य संचयन की जानकारी लेने पर विभागीय अधिकारी ने बताया कि जिले में एक हेचरी, चार संवर्धन प्रक्षेत्र, 28 पोखर है।
इस दौरान उन्होंने पशु पालन विभाग के कार्यों की भी समीक्षा की। उन्होंने विभाग से पशु पालकों के केसीसी के संबंध में जानकारी लेते हुए आवेदनों के अपात्र होने के कारणों की जानकारी लेने तथा आवेदनों का पुन: परीक्षण करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही बैंक में पेंडिंग आवेदनों के फालोअप करने के निर्देश दिए। इस दौरान विभागीय अधिकारी ने बैकयार्ड कुटकुट पालन, शत-प्रतिशत अनुदान सांड, बकरा वितरण योजना, सुकरत्रयी इकाई वितरण उन्नत मादा वात्स्य पालन योजना राज्य डेयरी योजना के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी दी।
इस अवसर पर संयुक्त कलेक्टर श्रीमती ऋषा ठाकुर, उप संचालक कृषि श्री अनिल वर्मा, सहायक संचालक मछली पालन श्री एम.के.पाटले, सहायक संचालक उद्यानिकी डॉ.कमलेश दीवान, उप संचालक पशुपालन डॉ.जे.एल.कुशवाहा सहित विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
व्यवसायिक प्लांटेशन पर करें फोकस
कलेक्टर श्री गोयल ने उद्यानिकी विभाग को निर्देशित किया कि व्यवसायिक प्लांटेशन पर फोकस करें। उन्होंने पॉम ऑयल योजना की जानकारी लेते हुए योजना के क्रियान्वयन हेतु बड़े कृषक अथवा बिरहोर ग्राम में जगह एवं हितग्राही चिन्हांकन करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार विभिन्न प्रकार के व्यवसायिक पौध तैयार एवं रोपण की कार्ययोजना बनाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कृषि विभाग को समन्वय कर चिन्हांकित हितग्राही को ड्रीप इरिगेशन का लाभ देने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने हेरिटेज ट्री के चिन्हांकन के निर्देश भी दिए।